महाभारतम् — 12.220.3
Original
Segmented
भीष्म उवाच पुत्र-दारैः सुखैः च एव वियुक्तस्य धनेन च मग्नस्य व्यसने कृच्छ्रे धृतिः श्रेयस्करी नृप
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
| दारैः | दार | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| सुखैः | सुख | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| वियुक्तस्य | वियुज् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| धनेन | धन | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| मग्नस्य | मज्ज् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| व्यसने | व्यसन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| कृच्छ्रे | कृच्छ्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| धृतिः | धृति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| श्रेयस्करी | श्रेयस्कर | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |