महाभारतम् — 12.220.73
Original
Segmented
नाशम् विनाशम् ऐश्वर्यम् सुख-दुःखे भव-अभवौ विद्वान् प्राप्य एवम् अत्यर्थम् न प्रहृष्येत् न च व्यथेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नाशम् | नाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| विनाशम् | विनाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ऐश्वर्यम् | ऐश्वर्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सुख | सुख | pos=n,comp=y |
| दुःखे | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=d |
| भव | भव | pos=n,comp=y |
| अभवौ | अभव | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| विद्वान् | विद्वस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| अत्यर्थम् | अत्यर्थम् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| प्रहृष्येत् | प्रहृष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| न | न | pos=i |
| च | च | pos=i |
| व्यथेत् | व्यथ् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |