महाभारतम् — 12.221.63
Original
Segmented
उत्सूर्य-शायिनः च आसन् सर्वे च आसन् प्रगे निशा अवर्तन् कलहाः च अत्र दिवारात्रम् गृहे गृहे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उत्सूर्य | उत्सूर्य | pos=n,comp=y |
| शायिनः | शायिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| आसन् | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| आसन् | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| प्रगे | प्रगे | pos=i |
| निशा | निशा | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| अवर्तन् | वृत् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| कलहाः | कलह | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| दिवारात्रम् | दिवारात्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गृहे | गृह | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| गृहे | गृह | pos=n,g=m,c=7,n=s |