महाभारतम् — 12.221.77
Original
Segmented
अग्नि-दाहेन चोरैः वा राजभिः वा हृतम् धनम् दृष्ट्वा द्वेषात् प्राहसन्त सुहृद्-संभाविताः हि अपि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
| दाहेन | दाह | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| चोरैः | चोर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| वा | वा | pos=i |
| राजभिः | राजन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| वा | वा | pos=i |
| हृतम् | हृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| धनम् | धन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| द्वेषात् | द्वेष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| प्राहसन्त | प्रहस् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| सुहृद् | सुहृद् | pos=n,comp=y |
| संभाविताः | सम्भावय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| हि | हि | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |