महाभारतम् — 12.222.13
Original
Segmented
अनीर्षवो न च अन्योन्यम् विहिंसन्ति कदाचन न च जातु उपतप्यन्ते धीराः पर-समृद्धिभिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अनीर्षवो | अनीर्षु | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| न | न | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अन्योन्यम् | अन्योन्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| विहिंसन्ति | विहिंस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| कदाचन | कदाचन | pos=i |
| न | न | pos=i |
| च | च | pos=i |
| जातु | जातु | pos=i |
| उपतप्यन्ते | उपतप् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| धीराः | धीर | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| पर | पर | pos=n,comp=y |
| समृद्धिभिः | समृद्धि | pos=n,g=f,c=3,n=p |