महाभारतम् — 12.222.17
Original
Segmented
य एवम् कुर्वते मर्त्याः सुखम् जीवन्ति सर्वदा धर्मम् एव अनुवर्तन्ते धर्म-ज्ञाः द्विजसत्तम ये हि अतस् विच्युता मार्गात् ते हृष्यन्ति उद्विजन्ति च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| य | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| कुर्वते | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| मर्त्याः | मर्त्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सुखम् | सुखम् | pos=i |
| जीवन्ति | जीव् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| सर्वदा | सर्वदा | pos=i |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| अनुवर्तन्ते | अनुवृत् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| ज्ञाः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| द्विजसत्तम | द्विजसत्तम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| हि | हि | pos=i |
| अतस् | अतस् | pos=i |
| विच्युता | विच्यु | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| मार्गात् | मार्ग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| हृष्यन्ति | हृष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| उद्विजन्ति | उद्विज् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| च | च | pos=i |