महाभारतम् — 12.223.13
Original
Segmented
बहु-श्रुतः चैत्र-कथः पण्डितो ऽनलसो ऽशठः अदीनो ऽक्रोधनो अलुब्धः तस्मात् सर्वत्र पूजितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| श्रुतः | श्रुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| चैत्र | चैत्र | pos=a,comp=y |
| कथः | कथा | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पण्डितो | पण्डित | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽनलसो | अनलस | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽशठः | अशठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| अदीनो | अदीन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽक्रोधनो | अक्रोधन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| अलुब्धः | अलुब्ध | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| सर्वत्र | सर्वत्र | pos=i |
| पूजितः | पूजय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |