महाभारतम् — 12.223.22
Original
Segmented
न हृष्यति अर्थ-लाभेषु न अलाभेषु व्यथति अपि स्थिर-बुद्धिः असक्त-आत्मा तस्मात् सर्वत्र पूजितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| हृष्यति | हृष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| लाभेषु | लाभ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| न | न | pos=i |
| अलाभेषु | अलाभ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| व्यथति | व्यथ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अपि | अपि | pos=i |
| स्थिर | स्थिर | pos=a,comp=y |
| बुद्धिः | बुद्धि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| असक्त | असक्त | pos=a,comp=y |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| सर्वत्र | सर्वत्र | pos=i |
| पूजितः | पूजय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |