महाभारतम् — 12.223.4
Original
Segmented
वासुदेव उवाच कुकुर-अधिपैः यान् मन्ये शृणु तान् मे विवक्षतः नारदस्य गुणान् साधून् संक्षेपेण नराधिप
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वासुदेव | वासुदेव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| कुकुर | कुकुर | pos=n,comp=y |
| अधिपैः | अधिप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| यान् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| मन्ये | मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| विवक्षतः | विवक्ष् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| नारदस्य | नारद | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| गुणान् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| साधून् | साधु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| संक्षेपेण | संक्षेप | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| नराधिप | नराधिप | pos=n,g=m,c=8,n=s |