महाभारतम् — 12.224.40
Original
Segmented
उपलभ्य अप्सु चेद् गन्धम् केचिद् ब्रूयुः अनैपुणात् पृथिव्याम् एव तम् विद्याद् आपो वायुम् च संश्रितम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उपलभ्य | उपलभ् | pos=vi |
| अप्सु | अप् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| चेद् | चेद् | pos=i |
| गन्धम् | गन्ध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| केचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ब्रूयुः | ब्रू | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| अनैपुणात् | अनैपुण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| पृथिव्याम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| विद्याद् | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| आपो | अप् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वायुम् | वायु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| संश्रितम् | संश्रि | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |