महाभारतम् — 12.225.16
Original
Segmented
एवम् विस्तार-संक्षेपौ ब्रह्म-अव्यक्ते पुनः पुनः युग-साहस्रयोः आदौ अह्नः रात्रेः तथा एव च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| विस्तार | विस्तार | pos=n,comp=y |
| संक्षेपौ | संक्षेप | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
| अव्यक्ते | अव्यक्त | pos=n,g=n,c=1,n=d |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| युग | युग | pos=n,comp=y |
| साहस्रयोः | साहस्र | pos=n,g=n,c=6,n=d |
| आदौ | आदि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| अह्नः | अहर् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| रात्रेः | रात्रि | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |