महाभारतम् — 12.231.22
Original
Segmented
यावान् आत्मनि वेद आत्मा तावान् आत्मा परात्मनि य एवम् सततम् वेद सो अमृत-त्वाय कल्पते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यावान् | यावत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| आत्मनि | आत्मन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| वेद | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तावान् | तावत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| परात्मनि | परात्मन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| य | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| सततम् | सततम् | pos=i |
| वेद | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अमृत | अमृत | pos=a,comp=y |
| त्वाय | त्व | pos=n,g=n,c=4,n=s |
| कल्पते | क्ᄆप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |