महाभारतम् — 12.232.8
Original
Segmented
अग्नीन् च ब्राह्मणान् च अर्चेत् देवताः प्रणमेत च वर्जयेद् रुषिताम् वाचम् हिंसा-युक्ताम् मनोनुगाम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अग्नीन् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| ब्राह्मणान् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| अर्चेत् | अर्च् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| देवताः | देवता | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| प्रणमेत | प्रणम् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| च | च | pos=i |
| वर्जयेद् | वर्जय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| रुषिताम् | रुष् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| वाचम् | वाच् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| हिंसा | हिंसा | pos=n,comp=y |
| युक्ताम् | युज् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| मनोनुगाम् | मनोनुग | pos=a,g=f,c=2,n=s |