महाभारतम् — 12.234.2
Original
Segmented
भूय एव तु लोके ऽस्मिन् सत्-वृत्तिम् वृत्ति-हैतुकीम् यया सन्तः प्रवर्तन्ते तद् इच्छामि अनुवर्णितम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भूय | भूयस् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| ऽस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| सत् | सत् | pos=a,comp=y |
| वृत्तिम् | वृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| वृत्ति | वृत्ति | pos=n,comp=y |
| हैतुकीम् | हैतुक | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| यया | यद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| सन्तः | सत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| प्रवर्तन्ते | प्रवृत् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| अनुवर्णितम् | अनुवर्णय् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |