महाभारतम् — 12.237.1
Original
Segmented
शुक उवाच वर्तमानः तथा एव अत्र वानप्रस्थ-आश्रमे यथा योक्तव्यो ऽऽत्मा यथाशक्त्या परम् वै काङ्क्षता
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शुक | शुक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| वर्तमानः | वृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तथा | तथा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अत्र | अत्र | pos=i |
| वानप्रस्थ | वानप्रस्थ | pos=n,comp=y |
| आश्रमे | आश्रम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| योक्तव्यो | युज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
| ऽऽत्मा | यथाशक्त्या | pos=i |
| यथाशक्त्या | पर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| परम् | वै | pos=i |
| वै | काङ्क्ष् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
| काङ्क्षता | पद | pos=n,g=n,c=2,n=s |