महाभारतम् — 12.237.12
Original
Segmented
येन केनचिद् आच्छन्नो येन केनचिद् आशितः यत्र क्वचन शायी च तम् देवा ब्राह्मणम् विदुः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| येन | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| केनचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| आच्छन्नो | आच्छद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| येन | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| केनचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| आशितः | आशय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| क्वचन | क्वचन | pos=i |
| शायी | शायिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| देवा | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ब्राह्मणम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| विदुः | विद् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |