महाभारतम् — 12.237.2
Original
Segmented
व्यास उवाच प्राप्य संस्कारम् एताभ्याम् आश्रमाभ्याम् ततः परम् यत् कार्यम् परम-अर्थ-अर्थम् तद् इह एकमनाः शृणु
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| व्यास | व्यास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| संस्कारम् | संस्कार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एताभ्याम् | एतद् | pos=n,g=m,c=3,n=d |
| आश्रमाभ्याम् | आश्रम | pos=n,g=m,c=3,n=d |
| ततः | ततस् | pos=i |
| परम् | परम् | pos=i |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| परम | परम | pos=a,comp=y |
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| एकमनाः | एकमनस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |