महाभारतम् — 12.237.33
Original
Segmented
यः संप्रसादम् जगतः शरीरम् सर्वान् स लोकान् अधिगच्छति इह तस्मिन् हुतम् तर्पयति इह देवांस् ते वै तृप्ताः तर्पयन्ति आस्यम् अस्य
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| संप्रसादम् | सम्प्रसाद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| जगतः | जगन्त् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| शरीरम् | शरीर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अधिगच्छति | अधिगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| इह | इह | pos=i |
| तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| हुतम् | हु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| तर्पयति | तर्पय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| इह | इह | pos=i |
| देवांस् | देव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वै | वै | pos=i |
| तृप्ताः | तृप् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| तर्पयन्ति | तर्पय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| आस्यम् | आस्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |