महाभारतम् — 12.237.34
Original
Segmented
तेजः-मयः नित्य-तनुः पुराणो लोकान् अनन्तान् अभयान् उपैति भूतानि यस्मात् न त्रसन्ते कदाचित् स भूतेभ्यो न त्रसते कदाचित्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तेजः | तेजस् | pos=n,comp=y |
| मयः | मय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| नित्य | नित्य | pos=a,comp=y |
| तनुः | तनु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुराणो | पुराण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अनन्तान् | अनन्त | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| अभयान् | अभय | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| उपैति | उपे | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| भूतानि | भूत | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| यस्मात् | यद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| न | न | pos=i |
| त्रसन्ते | त्रस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| कदाचित् | कदाचिद् | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भूतेभ्यो | भूत | pos=n,g=n,c=5,n=p |
| न | न | pos=i |
| त्रसते | त्रस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| कदाचित् | कदाचिद् | pos=i |