महाभारतम् — 12.238.19
Original
Segmented
यदि अपि अस्य महीम् दद्याद् रत्न-पूर्णाम् इमाम् नरः इदम् एव ततः श्रेय इति मन्येत तत्त्व-विद्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदि | यदि | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| दद्याद् | दा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
| पूर्णाम् | पृ | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| ततः | ततस् | pos=i |
| श्रेय | श्रेयस् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| मन्येत | मन् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| तत्त्व | तत्त्व | pos=n,comp=y |
| विद् | विद् | pos=a,g=m,c=1,n=s |