महाभारतम् — 12.245.13
Original
Segmented
पृथक् भूतेषु सृष्टेषु चतुर्षु आश्रम-कर्मसु समाधौ योगम् एव एतत् शाण्डिल्यः शमम् अब्रवीत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पृथक् | पृथक् | pos=i |
| भूतेषु | भू | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
| सृष्टेषु | सृज् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
| चतुर्षु | चतुर् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| आश्रम | आश्रम | pos=n,comp=y |
| कर्मसु | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| समाधौ | समाधि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| योगम् | योग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| शाण्डिल्यः | शाण्डिल्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शमम् | शम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |