महाभारतम् — 12.25.31
Original
Segmented
सम्यग् वेदान् प्राप्य शास्त्राणि अधीत्य सम्यग् राष्ट्रम् पालयित्वा महात्मा चातुर्वर्ण्यम् स्थापयित्वा स्वधर्मे वाजिग्रीवो मोदते देव-लोके
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
| वेदान् | वेद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| शास्त्राणि | शास्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| अधीत्य | अधी | pos=vi |
| सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
| राष्ट्रम् | राष्ट्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पालयित्वा | पालय् | pos=vi |
| महात्मा | महात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| चातुर्वर्ण्यम् | चातुर्वर्ण्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| स्थापयित्वा | स्थापय् | pos=vi |
| स्वधर्मे | स्वधर्म | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| वाजिग्रीवो | वाजिग्रीव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मोदते | मुद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |