महाभारतम् — 12.250.14
Original
Segmented
निवृत्त-रोषे तस्मिन् तु भगवति अपराजिते सा कन्या अपजगाम अस्य समीपाद् इति नः श्रुतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निवृत्त | निवृत् | pos=va,comp=y,f=part |
| रोषे | रोष | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| भगवति | भगवत् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| अपराजिते | अपराजित | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| कन्या | कन्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अपजगाम | अपगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| समीपाद् | समीप | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |