महाभारतम् — 12.254.26
Original
Segmented
यस्माद् उद्विजते विद्वन् सर्व-लोकः वृकाद् इव क्रुः तीरम् आसाद्य यथा सर्वे जलेचराः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यस्माद् | यद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| उद्विजते | उद्विज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| विद्वन् | विद्वस् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| लोकः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वृकाद् | वृक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| क्रुः | क्रुश् | pos=va,g=m,c=5,n=s,f=part |
| तीरम् | तीर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आसाद्य | आसादय् | pos=vi |
| यथा | यथा | pos=i |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| जलेचराः | जलेचर | pos=n,g=m,c=1,n=p |