महाभारतम् — 12.254.28
Original
Segmented
तपोभिः यज्ञ-दानैः च वाक्यैः प्रज्ञा-आश्रितैः तथा प्राप्नोति अभय-दानस्य यद् यत् फलम् इह अश्नुते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तपोभिः | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
| दानैः | दान | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| वाक्यैः | वाक्य | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| प्रज्ञा | प्रज्ञा | pos=n,comp=y |
| आश्रितैः | आश्रि | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part |
| तथा | तथा | pos=i |
| प्राप्नोति | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अभय | अभय | pos=n,comp=y |
| दानस्य | दान | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| अश्नुते | अश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |