महाभारतम् — 12.258.39
Original
Segmented
यावत् नारीम् मातरम् च गौरवे च अधिके स्थिताम् अवध्याम् तु विजानीयुः पशवो अपि अविचक्षणाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यावत् | यावत् | pos=i |
| नारीम् | नारी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| मातरम् | मातृ | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| गौरवे | गौरव | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| अधिके | अधिक | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| स्थिताम् | स्था | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| अवध्याम् | अवध्य | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| विजानीयुः | विज्ञा | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| पशवो | पशु | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| अविचक्षणाः | अविचक्षण | pos=a,g=m,c=1,n=p |