महाभारतम् — 12.258.7
Original
Segmented
व्यभिचारे तु कस्मिंश्चिद् व्यतिक्रम्य अपरान् सुतान् पित्रा उक्तवान् कुपितेन अथ जहि इमाम् जननीम् इति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| व्यभिचारे | व्यभिचार | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| कस्मिंश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| व्यतिक्रम्य | व्यतिक्रम् | pos=vi |
| अपरान् | अपर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सुतान् | सुत | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| पित्रा | पितृ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| कुपितेन | कुप् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
| अथ | अथ | pos=i |
| जहि | हा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| जननीम् | जननी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| इति | इति | pos=i |