महाभारतम् — 12.259.13
Original
Segmented
उद्वेजनेन बन्धेन विरूप-करणेन च वध-दण्डेन ते क्लेश्या न पुरो अहित-संपदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उद्वेजनेन | उद्वेजन | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| बन्धेन | बन्ध | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| विरूप | विरूप | pos=a,comp=y |
| करणेन | करण | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| वध | वध | pos=n,comp=y |
| दण्डेन | दण्ड | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| क्लेश्या | क्लिश् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
| न | न | pos=i |
| पुरो | पुरस् | pos=i |
| अहित | अहित | pos=a,comp=y |
| संपदा | सम्पद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |