महाभारतम् — 12.259.14
Original
Segmented
यदा पुरोहितम् वा ते पर्येयुः शरण-एषिणः करिष्यामः पुनः ब्रह्मन् न पापम् इति वादिनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदा | यदा | pos=i |
| पुरोहितम् | पुरोहित | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पर्येयुः | पर्ये | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| शरण | शरण | pos=n,comp=y |
| एषिणः | एषिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| करिष्यामः | कृ | pos=v,p=1,n=p,l=lrt |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| ब्रह्मन् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| वादिनः | वादिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |