महाभारतम् — 12.260.15
Original
Segmented
एवम् विदित्वा सर्व-अर्थान् आरभेद् इति वैदिकम् न आरभेत् इति च अन्यत्र नैष्ठिकी श्रूयते श्रुतिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| विदित्वा | विद् | pos=vi |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| अर्थान् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| आरभेद् | आरभ् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| इति | इति | pos=i |
| वैदिकम् | वैदिक | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| आरभेत् | आरभ् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| इति | इति | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अन्यत्र | अन्यत्र | pos=i |
| नैष्ठिकी | नैष्ठिक | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| श्रूयते | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| श्रुतिः | श्रुति | pos=n,g=f,c=1,n=s |