महाभारतम् — 12.261.47
Original
Segmented
भवन्तो ज्ञानिनो नित्यम् सर्वतस् च निरागमाः ऐकात्म्यम् नाम कश्चिद् हि कदाचिद् अभिपद्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भवन्तो | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| ज्ञानिनो | ज्ञानिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| सर्वतस् | सर्वतस् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| निरागमाः | निरागम | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| ऐकात्म्यम् | ऐकात्म्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| नाम | नाम | pos=i |
| कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| कदाचिद् | कदाचिद् | pos=i |
| अभिपद्यते | अभिपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |