महाभारतम् — 12.262.3
Original
Segmented
आनन्त्यम् अनुयुङ्क्ते यः कर्मणा तद् ब्रवीमि ते निरागमम् अनैतिह्यम् प्रत्यक्षम् लोक-साक्षिकम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आनन्त्यम् | आनन्त्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अनुयुङ्क्ते | अनुयुज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ब्रवीमि | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| निरागमम् | निरागम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| अनैतिह्यम् | अनैतिह्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| प्रत्यक्षम् | प्रत्यक्ष | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| लोक | लोक | pos=n,comp=y |
| साक्षिकम् | साक्षिक | pos=n,g=n,c=1,n=s |