महाभारतम् — 12.262.32
Original
Segmented
एतेषाम् प्रेत्यभावे तु कतमः स्वर्ग-जित्तमः एतद् आचक्ष्व मे ब्रह्मन् यथातथ्येन पृच्छतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एतेषाम् | एतद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| प्रेत्यभावे | प्रेत्यभाव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| कतमः | कतम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
| जित्तमः | जित्तम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आचक्ष्व | आचक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lan |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| ब्रह्मन् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| यथातथ्येन | यथातथ्येन | pos=i |
| पृच्छतः | प्रच्छ् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |