महाभारतम् — 12.263.45
Original
Segmented
पश्य पश्य च भूयस् त्वम् कामान् इच्छेत् कथम् नरः स्वर्ग-द्वारम् हि संरुद्धम् मानुषेषु विशेषतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पश्य | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| पश्य | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| च | च | pos=i |
| भूयस् | भूयस् | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| कामान् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| इच्छेत् | इष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
| द्वारम् | द्वार | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| संरुद्धम् | संरुध् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| मानुषेषु | मानुष | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| विशेषतः | विशेषतः | pos=i |