महाभारतम् — 12.264.9
Original
Segmented
यदि मन्त्र-अङ्ग-हीनः ऽयम् यज्ञो भवति वैकृतः माम् भोः प्रक्षिप होत्रे त्वम् गच्छ स्वर्गम् अतन्द्रितः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदि | यदि | pos=i |
| मन्त्र | मन्त्र | pos=n,comp=y |
| अङ्ग | अङ्ग | pos=n,comp=y |
| हीनः | हा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यज्ञो | यज्ञ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वैकृतः | वैकृत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| भोः | भोः | pos=i |
| प्रक्षिप | प्रक्षिप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| होत्रे | होत्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| गच्छ | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अतन्द्रितः | अतन्द्रित | pos=a,g=m,c=1,n=s |