महाभारतम् — 12.27.32
Original
Segmented
यथा सृष्टो ऽसि कौन्तेय धात्रा कर्मसु तत् कुरु अत एव हि सिद्धिः ते न ईशः त्वम् आत्मना नृप
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| सृष्टो | सृज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| धात्रा | धातृ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| कर्मसु | कर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| अत | अतस् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| सिद्धिः | सिद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| न | न | pos=i |
| ईशः | ईश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| आत्मना | आत्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |