महाभारतम् — 12.271.38
Original
Segmented
शतम् सहस्राणि ततस् चरित्वा प्राप्नोति वर्णम् हरितम् तु पश्चात् स च एव तस्मिन् निवसति अनीशः युग-क्षये तमसा संवृत-आत्मा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शतम् | शत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सहस्राणि | सहस्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| ततस् | ततस् | pos=i |
| चरित्वा | चर् | pos=vi |
| प्राप्नोति | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वर्णम् | वर्ण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| हरितम् | हरित | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| पश्चात् | पश्चात् | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| निवसति | निवस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अनीशः | अनीश | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| युग | युग | pos=n,comp=y |
| क्षये | क्षय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तमसा | तमस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| संवृत | संवृ | pos=va,comp=y,f=part |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |