महाभारतम् — 12.271.42
Original
Segmented
गतीः सहस्राणि च पञ्च तस्य चत्वारि संवर्त-कृता च एव विमुक्तम् एनम् निरयात् च विद्धि सर्वेषु च अन्येषु च संभवेषु
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गतीः | गति | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| सहस्राणि | सहस्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| पञ्च | पञ्चन् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| चत्वारि | चतुर् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| संवर्त | संवर्त | pos=n,comp=y |
| कृता | कृ | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=part |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| विमुक्तम् | विमुच् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| निरयात् | निरय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| च | च | pos=i |
| विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| सर्वेषु | सर्व | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| अन्येषु | अन्य | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| संभवेषु | सम्भव | pos=n,g=m,c=7,n=p |