महाभारतम् — 12.272.33
Original
Segmented
ते समासाद्य वर-दम् वासवम् लोक-पूजितम् ऊचुः एकाग्र-मनसः जहि वृत्रम् इति प्रभो
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
| वर | वर | pos=n,comp=y |
| दम् | द | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| वासवम् | वासव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| लोक | लोक | pos=n,comp=y |
| पूजितम् | पूजय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| ऊचुः | वच् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| एकाग्र | एकाग्र | pos=a,comp=y |
| मनसः | मनस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| जहि | हा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| वृत्रम् | वृत्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| प्रभो | प्रभु | pos=n,g=m,c=8,n=s |