महाभारतम् — 12.272.4
Original
Segmented
कथम् विनिहतो वृत्रः शक्रेण भरत-ऋषभ धर्मिष्ठो विष्णु-भक्तः च तत्त्व-ज्ञः च पद-अन्वये
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कथम् | कथम् | pos=i |
| विनिहतो | विनिहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| वृत्रः | वृत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शक्रेण | शक्र | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| धर्मिष्ठो | धर्मिष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| विष्णु | विष्णु | pos=n,comp=y |
| भक्तः | भक्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| तत्त्व | तत्त्व | pos=n,comp=y |
| ज्ञः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| पद | पद | pos=n,comp=y |
| अन्वये | अन्वय | pos=n,g=m,c=7,n=s |