महाभारतम् — 12.273.4
Original
Segmented
गृध्र-कङ्क-वडाः च एव वाचो ऽमुञ्चन् सु दारुणाः वृत्रस्य उपरि संहृः चक्र-वत् परिबभ्रमुः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गृध्र | गृध्र | pos=n,comp=y |
| कङ्क | कङ्क | pos=n,comp=y |
| वडाः | वडा | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| वाचो | वाच् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| ऽमुञ्चन् | मुच् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| सु | सु | pos=i |
| दारुणाः | दारुण | pos=a,g=f,c=2,n=p |
| वृत्रस्य | वृत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| उपरि | उपरि | pos=i |
| संहृः | संहृष् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| चक्र | चक्र | pos=n,comp=y |
| वत् | वत् | pos=i |
| परिबभ्रमुः | परिभ्रम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |