महाभारतम् — 12.274.32
Original
Segmented
केचिद् नादान् अमुञ्चन्त केचिद् हासान् च चक्रिरे रुधिरेण अपरे राजन् तत्र अग्निम् समवाकिरन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| केचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| नादान् | नाद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अमुञ्चन्त | मुच् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| केचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| हासान् | हास | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| चक्रिरे | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| रुधिरेण | रुधिर | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अपरे | अपर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| अग्निम् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समवाकिरन् | समवकृ | pos=v,p=3,n=p,l=lan |