महाभारतम् — 12.276.24
Original
Segmented
कर्म-उत्कर्षम् न मार्गेत परेषाम् परिनिन्दया स्व-गुणैः एव मार्गेत विप्रकर्षम् पृथग्जनात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कर्म | कर्मन् | pos=n,comp=y |
| उत्कर्षम् | उत्कर्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| मार्गेत | मार्ग् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| परेषाम् | पर | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| परिनिन्दया | परिनिन्दा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| गुणैः | गुण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| एव | एव | pos=i |
| मार्गेत | मार्ग् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| विप्रकर्षम् | विप्रकर्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पृथग्जनात् | पृथग्जन | pos=n,g=m,c=5,n=s |