महाभारतम् — 12.276.53
Original
Segmented
दण्डो यत्र अविनीतेषु सत्कारः च कृतात्मसु चरेत् तत्र वसेत् च एव पुण्य-शीलेषु साधुषु
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दण्डो | दण्ड | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| अविनीतेषु | अविनीत | pos=a,g=m,c=7,n=p |
| सत्कारः | सत्कार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| कृतात्मसु | कृतात्मन् | pos=a,g=m,c=7,n=p |
| चरेत् | चर् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| वसेत् | वस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| पुण्य | पुण्य | pos=a,comp=y |
| शीलेषु | शील | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| साधुषु | साधु | pos=n,g=m,c=7,n=p |