महाभारतम् — 12.276.9
Original
Segmented
तान् तु विप्रस्थितान् दृष्ट्वा शास्त्रैः शास्त्र-अभिनन्दिनः स्व-शास्त्रैः परितुष्टान् च श्रेयो न उपलभामहे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| विप्रस्थितान् | विप्रस्था | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| शास्त्रैः | शास्त्र | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| शास्त्र | शास्त्र | pos=n,comp=y |
| अभिनन्दिनः | अभिनन्दिन् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| शास्त्रैः | शास्त्र | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| परितुष्टान् | परितुष् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| च | च | pos=i |
| श्रेयो | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| उपलभामहे | उपलभ् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |