महाभारतम् — 12.277.7
Original
Segmented
स्नेह-जाम् इह ते पाशान् वक्ष्यामि शृणु तान् मे स कर्णकेन शिरसा शक्याः छेत्तुम् विजानता
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्नेह | स्नेह | pos=n,comp=y |
| जाम् | ज | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| इह | इह | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| पाशान् | पाश | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| वक्ष्यामि | वच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| स | स | pos=i |
| कर्णकेन | कर्णक | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| शिरसा | शिरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| शक्याः | शक्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| छेत्तुम् | छिद् | pos=vi |
| विजानता | विज्ञा | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |