महाभारतम् — 12.278.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच तिष्ठते मे सदा तात कौतूहलम् इदम् हृदि तद् अहम् श्रोतुम् इच्छामि त्वत्तः कुरु-पितामह
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तिष्ठते | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सदा | सदा | pos=i |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कौतूहलम् | कौतूहल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| हृदि | हृद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| श्रोतुम् | श्रु | pos=vi |
| इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| त्वत्तः | त्वद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
| पितामह | पितामह | pos=n,g=m,c=8,n=s |