महाभारतम् — 12.279.13
Original
Segmented
प्रेत्य जाति-कृतम् कर्म न स्मरन्ति सदा जनाः ते वै तस्य फल-प्राप्तौ कर्म च अपि चतुर्विधम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रेत्य | प्रे | pos=vi |
| जाति | जाति | pos=n,comp=y |
| कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| स्मरन्ति | स्मृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| सदा | सदा | pos=i |
| जनाः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वै | वै | pos=i |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| फल | फल | pos=n,comp=y |
| प्राप्तौ | प्राप्ति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| चतुर्विधम् | चतुर्विध | pos=a,g=n,c=2,n=s |