महाभारतम् — 12.28.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच ज्ञाति-शोक-अभितप्तस्य प्राणान् अभ्युत्सिसृक्षतः ज्येष्ठस्य पाण्डु-पुत्रस्य व्यासः शोकम् अपानुदत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ज्ञाति | ज्ञाति | pos=n,comp=y |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| अभितप्तस्य | अभितप् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| प्राणान् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अभ्युत्सिसृक्षतः | अभ्युत्सिसृक्ष् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| ज्येष्ठस्य | ज्येष्ठ | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| पाण्डु | पाण्डु | pos=n,comp=y |
| पुत्रस्य | पुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| व्यासः | व्यास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शोकम् | शोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अपानुदत् | अपनुद् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |