महाभारतम् — 12.28.6
Original
Segmented
तेषाम् अन्यतर-आपत्तौ यद् यद् एव उपसेवते तत् तत् हि चेतनाम् अस्य हरति अभ्रम् इव अनिलः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| अन्यतर | अन्यतर | pos=n,comp=y |
| आपत्तौ | आपत्ति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| उपसेवते | उपसेव् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| चेतनाम् | चेतना | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| हरति | हृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अभ्रम् | अभ्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| अनिलः | अनिल | pos=n,g=m,c=1,n=s |